गठन
इसका गठन 22 जनवरी 2019 में किया गया था । गौरतलब है कि विश्वविद्यालय अनुदान आयोग द्वारा 5 मार्च 2018 एक सर्कुलर जारी किया गया था जिसमें विश्वविद्यालयों में असिस्टेंट प्रोफेसर्स की नियुक्ति में आरक्षण संबंधी रोस्टर को विभागवार रखने का निर्देश था । यूजीसी द्वारा जारी किये गए विश्वविद्यालयों में विभागवार आरक्षण सम्बन्धी सर्कुलर के खिलाफ भारत सरकार की एस एल पी को जब माननीय सर्वोच्च न्यायालय ने ख़ारिज कर दिया और इलाहाबाद हाईकोर्ट के फैसले को बरकरार रखा था । इस सर्कुलर को रद्द करके वापस विश्वविद्यालय स्तर पर रोस्टर बनाए रखने के लिए देशभर में आंदोलन हुए । देश भर के शिक्षण संस्थानों में उसका विरोध शुरू हो गया| यह विरोध राष्ट्रीय स्तर का था । उस दौरान विरोध प्रदर्शनों को एक साझा मंच प्रदान करने की जरूरत महसूस की गई । उसी समय दिल्ली में अनुसूचित जाति, अनूसूचित जनजाति, अन्य पिछड़ा वर्ग एवं सामान्य वर्ग के कुछ प्रगतिशील प्राध्यापकों एवं शोधार्थियों ने ‘जॉइंट फोरम फॉर एकेडमिक एंड सोशल जस्टिस (Joint Forum for Academic and Social Justice)’ का गठन किया
परिचय
जॉइंट फोरम फॉर एकेडमिक एंड सोशल जस्टिस’ कोई औपचारिक संगठन नहीं है, बल्कि यह देश भर में अकादमिक व सामाजिक क्षेत्रों में कार्यरत अनुसूचित जाति, अनुसूचित जनजाति एवं अन्य पिछड़ा वर्ग के प्राध्यापकों , शोधार्थियों एवं उनके संगठनों का साझा मंच है । यह संगठन सभी संगठनों के बीच एक कड़ी का काम करता है ।
उद्देश्य
- देश भर के समस्त उच्च शैक्षणिक संस्थानों में समस्त पदों (शैक्षणिक व गैर–शैक्षणिक दोनों) पर अनुसूचित जाति, अनुसूचित जनजाति एवं अन्य पिछड़ा वर्ग का संवैधानिक प्रतिनिधित्व सुनिश्चित करवाना|
- समय–समय कार्मिक मंत्रालय और यूजीसी द्वारा जारी आदेशों का पालन करवाना व लागू करवाना ।
- खाली पड़े सभी आरक्षित श्रेणी के पदों को जल्द से जल्द भरवाना ।
- इस वर्ग के प्राध्यापकों, शोधार्थियों व विद्यार्थियों के साथ हो रहे जातिगत व लैंगिक भेदभाव को समाप्त करवाना|
- उच्च शिक्षा के क्षेत्र में कार्यरत आरक्षित वर्ग के सभी प्राध्यापकों एवं शोधार्थियों एवं उनके संगठनों का साझा मंच बनाना| जिससे सभी एक साथ आ सकें ।
- आरक्षित वर्ग के सभी प्राध्यापकों एवं शोधार्थियों के मध्य अकादमिक सम्बन्ध मजबूत बनाना|
- उच्च शिक्षण संस्थानों में आरक्षित वर्ग के प्राध्यापकों, शोधार्थियों व विद्यार्थियों के लिए अनुकूल एवं लोकतान्त्रिक माहौल बनवाना
कार्यप्रणाली
यह संगठन एक सामूहिक संगठन है । इस जॉइंट फोरम के माध्यम से हम देश भर के शैक्षणिक संस्थानों में सक्रिय शैक्षणिक संगठनों को जोड़ने का कार्य करते हैं| इस फोरम का उद्देश्य कोई नया संगठन बनाना नहीं है; बल्कि देश भर के शैक्षणिक व सामाजिक संगठनों को परस्पर संगठित करना ही है| जिन संस्थानों में कोई संगठन नहीं बना है वहां पर नया संगठन बनवाने का प्रयास किया जाएगा और उसे अपने फोरम के माध्यम से बाकि अन्य संगठनों से जोड़ा जाएगा| ताकि समय रहते किसी भी मुद्दे को राष्ट्रीय स्तर पर उसका प्रसार हो सके और विश्वविद्यालयों में समुचित प्रतिनिधित्व सुनिश्चित किया जा सके । ताकि समस्त शैक्षणिक संस्थानों मे एक लोकतान्त्रिक माहौल विकसित हो सके ।